मध्यप्रदेशः मंत्री के जन्मदिन पर लगे पोस्टर हटाने गए निगम कर्मचारियों को लाठियों से पीट
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के आदेश-निर्देश उनके मंत्रियों तक को नहीं सुहा रहे हैं। कारण कि सीएम से मिले निर्देशों के बाद इंदौर में नगर निगम के कर्मचारियों को एक मंत्री के पोस्टर हटाना मंगलवार को भारी पड़ गया। मंत्री के रिश्तेदारों ने उन्हें जमकर दौड़ा-दौड़ाकर पीट दिया। जबकि बीते 31 अक्तूबर को खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस संबंध में निर्देश दिए थे

बता दें कि सीएम कमलनाथ ने निर्देश देते हुए साफ कहा था कि बिना अनुमति मेरे भी होर्डिंग लगें तो हटा दें। इसमें किसी भी प्रकार की रियायत न दें। जबकि पांच दिन बाद ही इंदौर में मुख्यमंत्री के इन निर्देशों की अवहेलना होती दिखाई दी।
जानकारी के अनुसार, इंदौर शहर में निगम के कर्मचारी स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के जन्मदिन पर रेसीडेंसी क्षेत्र में कलेक्टर, कमिश्नर व जजों के बंगलों के बाहर लगे बैनर, पोस्टर हटाने पहुंचे थे। लेकिन निगम अमले का पोस्टर-बैनर हटाना मंत्री के रिश्तेदारों और समर्थकों को अच्छा नहीं लगा। उन्होंने निगम अमले में शामिल कर्मचारियों पर धावा बोल दिया।
आरोप है कि मंत्री के भांजों और समथर्कों ने निगम कर्मचारियों को दौड़ाकर लाठियों से पीटा। यहां तक कि उपायुक्त महेंद्र सिंह चौहान को भी मारने के लिए दौड़ पड़े। आरोप है कि मंत्री के भांजे राहुल और रोहित सिलावट ने निगम के अफसर-कर्मचारियों को धमकाया भी। हालांकि बाद में अमले ने पुलिस की मदद से करीब 250 से ज्यादा पोस्टर हटा दिए। इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट का कहना है कि मैं पहले इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी लूंगा, इसके बाद ही कुछ कहूंगा।
बता दें कि सीएम कमलनाथ ने निर्देश देते हुए साफ कहा था कि बिना अनुमति मेरे भी होर्डिंग लगें तो हटा दें। इसमें किसी भी प्रकार की रियायत न दें। जबकि पांच दिन बाद ही इंदौर में मुख्यमंत्री के इन निर्देशों की अवहेलना होती दिखाई दी।
जानकारी के अनुसार, इंदौर शहर में निगम के कर्मचारी स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के जन्मदिन पर रेसीडेंसी क्षेत्र में कलेक्टर, कमिश्नर व जजों के बंगलों के बाहर लगे बैनर, पोस्टर हटाने पहुंचे थे। लेकिन निगम अमले का पोस्टर-बैनर हटाना मंत्री के रिश्तेदारों और समर्थकों को अच्छा नहीं लगा। उन्होंने निगम अमले में शामिल कर्मचारियों पर धावा बोल दिया।
आरोप है कि मंत्री के भांजों और समथर्कों ने निगम कर्मचारियों को दौड़ाकर लाठियों से पीटा। यहां तक कि उपायुक्त महेंद्र सिंह चौहान को भी मारने के लिए दौड़ पड़े। आरोप है कि मंत्री के भांजे राहुल और रोहित सिलावट ने निगम के अफसर-कर्मचारियों को धमकाया भी। हालांकि बाद में अमले ने पुलिस की मदद से करीब 250 से ज्यादा पोस्टर हटा दिए। इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट का कहना है कि मैं पहले इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी लूंगा, इसके बाद ही कुछ कहूंगा।