रक्तदान और अंगदान के लिए आगे आ रही बेटियां
आदिवासी जिले की बदलने लगी तस्वीर
बैतूल। आदिवासी बाहुल्य जिले में अब अंगदान और रक्तदान के लिए अलख जागने लगी है। पिछले दिनों अपने जन्मदिन पर महिला अपराधों से बेटियों को सजग करने के लिए आत्मरक्षा के गुर सीखा रही समाजसेवी तपिशा पूजा अमझरे ने भी अपने जन्मदिन पर रक्तदान कर अंगदान का संकल्प लिया था। अब अंचल की बेटियां पूजा अमझरे से प्रेरित होकर रक्तदान और अंगदान के लिए आगे आ रही है। आज 31 जनवरी को भी अंकिता रहडवे ने भी पूजा की तर्ज पर अपना जन्मदिन जिला अस्पताल में मनाया और रक्तदान कर अंगदान करने का संकल्प पत्र रेड क्रास सोसायटी के चेयनमैन डॉ. जयसिंगपुरे को सौंपा। इस दौरान सीमा करोसिया व सोफिया भी मौजूद थी। अंकिता ने बताया कि तपिशा पूजा अमझरे दी से प्रेरित होकर ये मानवता की सेवा की दिशा में उन्होंने यह कदम उठाया है।
अंकिता ने बताया कि तपिशा पूजा अमझरे दी से प्रेरित होकर ये मानवता की सेवा की दिशा में उन्होंने यह कदम उठाया है। महादान के लिए ।